Tuesday, November 24, 2009

बाबरी मस्जिद-लिब्रहान आयोग-गर्व से कहो हम हिन्दूहै गर्व से कहो हम हिन्दू है


बाबरी मस्जिद-लिब्रहान आयोग-गर्व से कहो हम हिन्दूहै

गर्व से कहो हम हिन्दू है और हमने तोड़ी है बाबरी मस्जिद.

बाबरी मस्जिद मामले पर गठित लिब्रहान आयोग की रिपोर्ट लीक हो गई है. रिपोर्ट में दर्ज तथ्‍यों से देश की राजनीति में एक बार फिर भूचाल आने और हिंदुत्‍व का मुद्दा जोर पकड़ने की संभावना पैदा हो गई है.

इसे गिराने के पीछे 3 बड़े नेताओं के हाथ रहे. इनमें अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्‍ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के नाम लिए जा रहे हैं.

अक अच्छा मौका है भाजपा के लिए और इसके नेताओ के लिए की वो गर्व से कहे हम हिन्दू है एंड हमने तोडा है अब मथुरा और काशी की बरी है इन्हे भी मुक्त करना है.
पिछले डेढ़ हजार सालो में हजारो मंदिर टूटे, रोंदे गये सोमनाथ, राम और कृष्ण की जन्मस्थली और एस तरह के कई सरे मंदिर एन मुस्लिम अतातइयो द्वारा तोड़े गये पूरा इतिहास नष्ट करदिया गया.
मुस्लिम रोते है की बाबरी मस्जिदटूटने के दर्द का सत्रह साल होगये, हमारे मीडिया वाले बार बार इसे दिखाते रहते है दर्द के १७ साल ....एटक.
एन तथा कथित धर्मनिरपेक्ष लोगो का दर्द तो सिर्फ सत्रह साल पुराना है लेकिन उन लोगो के दर्द का क्या होगा जो बाबर द्वारा राम मंदिर तोड़ कर बाबरी मस्जिद बनाने के बाद से सैकडों साल पुराने दर्द के मारे कराह रहे है 
औरंगजेब द्वारा तोडे गए मंदिरों के अवशेष मीडिया अपने टी वी पर क्यों नहीं दिखाते ? दिखायेंगे भी कैसे भारत के मीडिया में इतनी हिम्मत कहाँ जो तथाकथित धर्मनिरपेक्ष ताकतों को जबाब दे सके.
कभी किसी ने सोचा है कि उत्तर भारत में हिन्दू धर्म के आस्था स्तम्भ तीन स्थानों काशी विश्वनाथ, राम जन्मभूमि और कृष्ण जन्मभूमि को तोड़ कर मस्जिदें क्यों तामीर की गईं?
किसी मुसलमान से पूछिए कि क्या वह ये तीनों स्थान हिन्दुओं को वापस देने को तैयार है?
किन दोस्तों ये सोचने और उनसे मांगने का समय नहीं है हम खुद छिनना होगा अपना हक़ अपनी मन मर्यादा जो अयोध्या में हुवा उसे देस के अन्य भागो में दुहराना होगा.
पूर्वी उत्तर प्रदेश में एक शहर है,बहराइच । बहराइच में हिन्दू समाज का सबसे मुख्य पूजा स्थल है गाजी बाबा की मजार। मूर्ख हिंदू लाखों रूपये हर वर्ष इस पीर पर चढाते है।इतिहास
ka जानकर हर व्यक्ति जनता है,कि महमूद गजनवी के उत्तरी भारत को १७ बार लूटने व बर्बाद करने के कुछ समय बाद उसका भांजा सलार गाजी भारत को दारूल इस्लाम बनाने के उद्देश्य से भारत पर चढ़ आया । वह पंजाब ,सिंध, आज के उत्तर प्रदेश को रोंद्ता हुआ बहराइच तक जा पंहुचा। रास्ते में उसने लाखों हिन्दुओं का कत्लेआम कराया,लाखों हिंदू औरतों के बलात्कार हुए, हजारों मन्दिर तोड़ डाले।
राह में उसे एक भी ऐसाहिन्दू वीर नही मिला जो उसका मान मर्दन कर सके। इस्लाम की जेहाद की आंधी को रोक सके। परंतु बहराइच के राजा सुहेल देव पासी ने उसको थामने का बीडा उठाया । वे अपनी सेना के साथ सलार गाजी के हत्याकांड को रोकने के लिए जा पहुंचे । महाराजा व हिन्दू वीरों ने सलार गाजी व उसकी दानवी सेना को मूली गाजर की तरह काट डाला । सलार गाजी मारा गया। उसकी भागती सेना के एक एक हत्यारे को काट डाला गया। हिंदू ह्रदय राजा सुहेल देव पासी ने अपने धर्म का पालन करते हुए, सलार गाजी को इस्लाम के अनुसार कब्र में दफ़न करा दिया। कुछ समय पश्चात् तुगलक वंश के आने पर फीरोज तुगलक ने सलारगाजी को इस्लाम का सच्चा संत सिपाही घोषित करते हुए उसकी मजार बनवा दी।

आज उसी हिन्दुओं के हत्यारे, हिंदू औरतों के बलातकारी ,मूर्ती भंजन दानव को हिंदू समाज एक देवता की तरह पूजता है। सलार गाजी हिन्दुओं का गाजी बाबा हो गया है।

तथाकथित धर्म्निर्पेक्शो ने इतिहास को भी तोड़ मदोद के रखदिया है.
तो दोस्तों-

अंधियारे से घिरा हुआ अब यह आकाश बदलना होगा।
पीड़ित हिंदुत्वा के मन का अब हर संत्रास बदलना होगा।।

आज देश की सीमाओं के चंहु और तक्षक बैठे हैं ।
खंड-खंड करके खाने को इस भू के भक्षक बैठें हैं।।

जिन तथाकथित धर्म्निर्पेक्शो के कन्धों पर आज देश का भार सोंप निश्चिंत हुए हो।
वे महलों में बनकर अपनी सत्ता के रक्षक बैठे हैं