बाबरी मस्जिद-लिब्रहान आयोग-गर्व से कहो हम हिन्दूहै
गर्व से कहो हम हिन्दू है और हमने तोड़ी है बाबरी मस्जिद.
बाबरी मस्जिद मामले पर गठित लिब्रहान आयोग की रिपोर्ट लीक हो गई है. रिपोर्ट में दर्ज तथ्यों से देश की राजनीति में एक बार फिर भूचाल आने और हिंदुत्व का मुद्दा जोर पकड़ने की संभावना पैदा हो गई है.
इसे गिराने के पीछे 3 बड़े नेताओं के हाथ रहे. इनमें अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के नाम लिए जा रहे हैं.
अक अच्छा मौका है भाजपा के लिए और इसके नेताओ के लिए की वो गर्व से कहे हम हिन्दू है एंड हमने तोडा है अब मथुरा और काशी की बरी है इन्हे भी मुक्त करना है.
बाबरी मस्जिद मामले पर गठित लिब्रहान आयोग की रिपोर्ट लीक हो गई है. रिपोर्ट में दर्ज तथ्यों से देश की राजनीति में एक बार फिर भूचाल आने और हिंदुत्व का मुद्दा जोर पकड़ने की संभावना पैदा हो गई है.
इसे गिराने के पीछे 3 बड़े नेताओं के हाथ रहे. इनमें अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के नाम लिए जा रहे हैं.
अक अच्छा मौका है भाजपा के लिए और इसके नेताओ के लिए की वो गर्व से कहे हम हिन्दू है एंड हमने तोडा है अब मथुरा और काशी की बरी है इन्हे भी मुक्त करना है.
पिछले डेढ़ हजार सालो में हजारो मंदिर टूटे, रोंदे गये सोमनाथ, राम और कृष्ण की जन्मस्थली और एस तरह के कई सरे मंदिर एन मुस्लिम अतातइयो द्वारा तोड़े गये पूरा इतिहास नष्ट करदिया गया.
मुस्लिम रोते है की बाबरी मस्जिदटूटने के दर्द का सत्रह साल होगये, हमारे मीडिया वाले बार बार इसे दिखाते रहते है दर्द के १७ साल ....एटक.
एन तथा कथित धर्मनिरपेक्ष लोगो का दर्द तो सिर्फ सत्रह साल पुराना है लेकिन उन लोगो के दर्द का क्या होगा जो बाबर द्वारा राम मंदिर तोड़ कर बाबरी मस्जिद बनाने के बाद से सैकडों साल पुराने दर्द के मारे कराह रहे है
औरंगजेब द्वारा तोडे गए मंदिरों के अवशेष मीडिया अपने टी वी पर क्यों नहीं दिखाते ? दिखायेंगे भी कैसे भारत के मीडिया में इतनी हिम्मत कहाँ जो तथाकथित धर्मनिरपेक्ष ताकतों को जबाब दे सके.
कभी किसी ने सोचा है कि उत्तर भारत में हिन्दू धर्म के आस्था स्तम्भ तीन स्थानों काशी विश्वनाथ, राम जन्मभूमि और कृष्ण जन्मभूमि को तोड़ कर मस्जिदें क्यों तामीर की गईं?
किसी मुसलमान से पूछिए कि क्या वह ये तीनों स्थान हिन्दुओं को वापस देने को तैयार है?
किन दोस्तों ये सोचने और उनसे मांगने का समय नहीं है हम खुद छिनना होगा अपना हक़ अपनी मन मर्यादा जो अयोध्या में हुवा उसे देस के अन्य भागो में दुहराना होगा.
सही जानकारी दी है आपने, इस्लाम को कट्टरता से मानवाने वालो हिंदु पूजने इस लिये लगे क्योकि उनके साथ वालों ने भी उनको बदलने की कोशिश करने लगे थे।
ReplyDeleteyes, iam hindu,narayan narayan
ReplyDeleteहमें सिर्फ राष्ट्रवादी होना होगा ,अगर अपना अस्तित्व बचाना है तो
ReplyDeleteहम सिर्फ भारतीय हैं और यहाँ रहने वाले सभी भारतीय हैं
aach laga pad kar koi toh desh ke bare me socta hai,magarrrrr iss me sirf desh hona chaheya,politics nahiiiii.
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